'हरी धरती' उत्तर आधुनिकता के पश्चात उस
आन्दोलन की शुरुआत है जिसका लक्ष्य "संरक्षणात्मक विकास" है. जटिलता की जगह सरलता कुटिलता की जगह साधुता कृत्रिमता की जगह प्राकृतिक तथा लौहपिजरे से मुक्ति के प्रति प्रतिबद्ध. जल जंगल जमीन व जानवरों के संरक्षण हेतु ऐसा अभियान जो दमन की परवाह किये बिना अपने अंजाम तक पहुचने के लिए कटिबद्ध है.