क्या आप प्रकृति से जरा भी प्यार करते है? यदि न तो यह पोस्ट आपके लिए नही यदि हां तो एक काम कीजिये काम अत्यंत सहज और सरल है. अपने जीवनकाल में कम से कम चार छायादार वृक्ष लगाएं. इस बार बारिश यूं ही न जाने दीजिये अपने आस पास पेड़ लगाना शुरू कीजिये लोगो को प्रोत्साहित कीजिये. आप पर धरती का क़र्ज़ है इस क़र्ज़ को समझने का प्रयास कीजिये.
प्रकृति को सुधारने की आवश्यकता नही बल्कि खुद को है हम प्रकृति से जीवन प्राप्त करते है यह इंसान का दायित्व है कि वह पेड़ लगा कर जीवन को और समृद्ध बनाये.
बड़े बड़े कारखाने
जिसमे से निकलता है
जहरीला धुँआ
और फ़ैल जाता है
हवाओं में फिर दिल में
झौंस देता है
कोमल कोंपलों को
हमें नही चाहिए
चाँद की जमीन और पानी
धरती पर मीठे झरनों को
मुक्त कर दो
कोई भी तकनीक जिससे
मानवता का दलन
और प्रकृति का गलन
होता है तज दो
बिना किसी भाव के
बिना किसी लालच के
आने वाली पीढ़ियों की खातिर